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राधा नयन भर 1

भाग- 1 देखि लै राधा नयन भरि कै.... अरी सखी, आज तैनें प्रातःकाल स्यामसुंदर के दरसन कियै हतै,कैसौ सुंदर सिंगार हौ? हाँ सखी दरसन तो करे हे। मैं तौ वा मनमोहिनी मूर्ति के दरसन करि कैं एक...